कौन हैं राधिका खेड़ा, जिन्होंने कांग्रेस से दिया इस्तीफा, कहा- अयोध्या में रामलला के दर्शन का हो रहा था विरोध

Radhika Khera: छत्तीसगढ़ कांग्रेस नेता और प्रवक्ता राधिका खेड़ा ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। राधिका खेड़ा ने रविवार (05 मई) को सोशल मीडिया पर खुद इसकी जानकारी दी।राधिका खेड़ा ने अपने इस्तीफा पत्र में लिखा कि, कांग्रेस के भीतर उनके अयोध्या में जाकर भगवान रामलला के दर्शन का विरोध हो रहा था।इसके अलावा राधिका खेड़ा ने पार्टी के भीतर “पुरुषवादी मानसिकता” को लेकर भी सवाल उठाए हैं।

कांग्रेस से इस्तीफा देकर राधिका खेड़ा बोलीं- हां मैं लड़की हूं और लड़ सकती हूं

राधिका खेड़ा ने सोशल मीडिया एक्स (ट्विटर का बदला हुआ नाम) पर लिखा, ”आज अत्यंत पीड़ा के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता त्याग रही हूं और अपने पद से इस्तीफा दे रही हूं। हां मैं लड़की हूं और लड़ सकती हूं, और वही अब मैं कर रहीं हूं। अपने और देशवासियों के न्याय के लिए मैं निरंतर लड़ती रहूंगी।”

राधिका खेड़ा ने क्यों छोड़ा कांग्रेस? इस्तीफा पत्र में बताई सारी बात?

राधिका खेड़ा ने अपने इस्तीफा पत्र में लिखा, ”आदिकाल से ये स्थापित सत्य है कि धर्म का साथ देने वालों का विरोध होता रहा है। हिरण्यकशिपु से लेकर रावण और कंस तक इसका उदाहरण हैं। वर्तमान में प्रभु श्री राम का नाम लेने वालों का कुछ लोग इसी तरह विरोध कर रहे हैं।”राधिका खेड़ा बोलीं-अयोध्या में रामलला के दर्शन करने से खुद को रोक नहीं पाईराधिका खेड़ा ने आगे लिखा, ”हर हिंदू के लिए प्रभु श्री राम की जन्मस्थली पवित्रता के साथ बहुत मायने रखती है और रामलला के दर्शन मात्र से जहां हर हिंदू अपना जीवन सफल मानता है वहीं कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं। मैंने जिस पार्टी को अपने 22 साल से ज्यादा दिए, जहां NSUI से लेकर AICC के मीडिया विभाग में पूरी ईमानदारी से काम किया, आज वहां ऐसे ही तीव्र विरोध का सामना मुझे करना पड़ा है क्योंकि मैं अयोध्या में रामलला के दर्शन करने से खुद को रोक नहीं पाई।”

राधिका खेड़ा ने कहा- ‘श्रीराम की भक्त और एक महिला होने के नाते मैं आहत हूं’

राधिका खेड़ा ने लिखा , ”मेरे इस पुनीत कार्य का विरोध इस स्तर तक पहुंच गया कि मेरे साथ छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुए घटनाक्रम में मुझे न्याय देने से इंकार कर दिया गया। मैंने हमेशा ही दूसरों के न्याय के लिए हर मंच से लड़ाई लड़ी है, किंतु जब स्वयं के न्याय की बात आई तो पार्टी में मैंने स्वयं को हारा हुआ पाया। प्रभु श्रीराम की भक्त और एक महिला होने के नाते मैं बेहद आहत हूं। बार बार पार्टी के समस्त शीर्ष नेताओं को अवगत कराने के बाद भी जब मुझे न्याय नहीं मिला, इससे आहत होकर मैंने आज यह कदम उठाया है।”

‘धक्का दिया गया, कांग्रेस दफ्तर के कमरे में बंद कर दिया गया’, राधिका खेड़ा का बड़ा आरोप

राधिका खेड़ा ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि, ”छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मेरे साथ दुर्व्यवहार किया गया, मुझे वहां धक्का देकर कमरे में बंद कर दिया गया। मैं छोटे से लेकर बड़े नेतृत्व तक चीखती-चिल्लाती रही, गुहार लगाती रही, लेकिन मुझे न्याय नहीं मिला। आज मैंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी पद और प्राथमिक सदस्यता, लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि रामलला मुझे निश्चित रूप से न्याय देंगे।”

who is Radhika Khera: कौन हैं राधिका खेड़ा?

  • राधिका खेड़ा एक राजनेता हैं। वह कांग्रेस में कई पदों पर रह चुकी हैं।
  • राधिका खेड़ा छत्तीसगढ़ की राजनीति में ज्यादा सक्रिए हैं। राधिका खेड़ा की गिनती कांग्रेस की तेज तर्रार प्रवक्ताओं में होती थी।
  • राधिका खेड़ा कांग्रेस में कई पदों पर रह चुकी हैं। राधिका खेड़ा कांग्रेस में रहते हुए राष्ट्रीय मीडिया समन्वयक के पद पर थीं।
  • इसके अलावा राधिका खेड़ा कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय सचिव और सोशल मीडिया प्रमुख भी रह चुकी हैं।

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