‘मां का फोन न आया होता तो शायद…’, कुमार अलंकृत ने सुनाई बंगलूरू धमाके की आप बीती

बीते शुक्रवार को कर्नाटक के बंगलूरू स्थित रामेश्वरम कैफे में जोरदार धमाका हुआ, जिसमें 10 लोग गंभीर घायल हो गए थे। मामले की जांच कर रही पुलिस ने कहा कि यह आईईडी ब्लास्ट है। इस बीच, 24 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर कुमार अलंकृत की मां के फोन कॉल ने उन्हें बचा लिया।
क्या है मामला
शुक्रवार को दोपहर एक बजे बंगलूरू स्थित रामेश्वरम कैफे में धमाका हुआ। विस्फोट से पहले कैपे में 24 वर्षीय सॉफ्टेवयर इंजीनियर कुमार अलंकृत दोपहर का भोजन करने गए थे, लेकिन अचानक मां ने उन्हे फोन किया, जिसके चलते वह कैफे से बाहर आ गया। उनके बाहर आने के कुछ सेकेण्ड बाद वहां जोरदार धमाका हुआ।

मां की कॉल ने बचाया मुझे- अंलकृत
पटना के मूल निवासी कुमार अलंकृत ने घटना के बारे में बताते हुए कहा कि उन्होंने काउंटर से अपना डोसा लिया और जहां पर विस्फोट हुआ उस स्थान पर बैठने के बारे में सोचा, लेकिन उसी वक्त उनकी मां का फोन आया। उसके बाद मां से बात करने के लिए वह 10 मीटर की दूरी पर चले गए। अलंकृत ने कहा कि मां की एक कॉल ने उन्हें नया जीवन दिया है। अगर मेरी मां मुझे कॉल न करती तो शायद मैं जिंदा न होता।
 

मां से बात कर रहा था, अचानक विस्फोट हुआ- अलंकृत
अलंकृत ने कहा कि जब भी मैं उस कैफे में जाता था तो उस जगह पर ही बैठता था, जहां पर विस्फोट हुआ। मां से फोन पर हुई बात का जिक्र करते हुए अलंकृत ने कहा कि मेरी मां मेरे बारे में पूछ रही थी। उन्होंने मुझसे पूछा कि मैं कहां हूं, उस दौरान अचानक तेज आवाज आई। मैं डर कर बाहर की ओर भागा। वहां मौजूद हर कोई घबरा रहा था। सब बाहर की ओर भाग रहे थे। विस्फोट के बाद वहां धुआं और दुर्गंध फैल गई।

सोशल मीडिया पर साझा किया था पोस्ट
संयोग से कुमार अलंकृत कैफे में हुए विस्फोट का वीडियो ‘एक्स’ पर साझा करने वाले पहले लोगों में से एक थे। पोस्ट में उन्होंने कहा था कि दोपहर एक बजे, मैं रामेश्वरम कैफे ब्रुकफील्ड में लंच कर रहा था और कैफे के अंदर एक बड़ा विस्फोट हुआ। मैं विस्फोट से कुछ मीटर की दूरी पर था। मैं सुरक्षित हूं। कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं। भगवान उन्हें जल्द ठीक होने में मदद करें।

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