Amit Shah: ‘अब हर शहर में खुलेगा एक सहकारी बैंक’, अमित शाह ने किया NUCFDC का उद्घाटन

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि सहकारिता क्षेत्र को समृद्ध करने के लिए अब प्रत्येक शहर में कम से कम एक शहरी सहकारी बैंक की स्थापना होगी।उन्होंने सहकारी बैंकों को आम जनता की समृद्धि का रास्ता बताया। वह शनिवार को राष्ट्रीय शहरी सहकारी वित्त एवं विकास निगम (एनयूसीएफडीसी) के उद्घाटन के बाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।आरबीआई ने एनयूसीएफडीसी को गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी और शहरी सहकारी बैंकिंग के लिए स्व-नियामक संगठन के रूप में काम करने की सहमति दी है। मौके पर सहकारिता राज्यमंत्री बीएल वर्मा, वित्त राज्यमंत्री भागवत किशनराव कराड, सहकारिता सचिव आशीष भूटानी और एनयूसीएफडीसी के चेयरमैन ज्योतिंद्र मेहता उपस्थित थे।

अंब्रेला संगठन बनने से होगा सहकारी बैंकों का विकास

अमित शाह ने कहा कि जबतक सहकारी संस्थाओं को ताकत नहीं दी जाएगी, तबतक हम आगे नहीं बढ़ सकते। लगभग 20 वर्ष के संघर्ष के बाद आज एनयूसीएफडीसी की स्थापना हो रही है। अंब्रेला संगठन बनने से शहरी सहकारी बैंकों का विकास कई गुना बढ़ जाएगा। यह छोटे बैंकों के लिए सुरक्षा कवच जैसा काम करेगा। इससे जमाकर्ता का विश्वास बढ़ेगा और आने वाले दिनों में काम में वृद्धि होगी।

बैंकिंग नियमों का करें पालन

उन्होंने कहा कि विश्वसनीयता के लिए जरूरी है कि हम खुद को समय के साथ बदलते रहें और बैंकिंग नियमों का पालन करें। सहकारी वित्तीय क्षेत्र में अच्छा काम करने वाली संस्थाओं को बैंक में बदलने के लिए इस संगठन को व्यवस्था करनी चाहिए। इसका खास काम बैंकिंग नियमों के लिए छोटे बैंक को तैयार करना होना चाहिए।

सुधार की जरूरत

सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रत्येक शहर में एक को-आपरेटिव बैंक बनाने के लिए काम करना चाहिए। देशभर में व्यापार करने के लिए जरूरी सुविधाओं की क्लीयरिंग की भी व्यवस्था बनानी होगी। आज हमारे पास डेढ़ हजार बैंकों की 11 हजार शाखाओं में पांच लाख करोड़ रुपये जमा हैं। साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये ऋण की संग्रहित क्षमता भी है। यह बड़ी ताकत है। इसे बढ़ाने का लक्ष्य लेकर चलना है। यह अच्छी बात है कि शहरी सहकारी बैंक अपनी नेट एनपीए दर को कम कर 2.10 प्रतिशत तक ले आए हैं। इसमें और सुधार करने की जरूरत है। अंब्रेला संगठन को तीन वर्षों में कठोर परिश्रम कर इसकी नींव डालनी चाहिए।

यह सारी समस्याओं का सामाधानः शाह

एनयूसीएफडीसी की खासीयत बताते हुए अमित शाह ने कहा कि यह संस्था मात्र एक संगठन नहीं है, बल्कि सारी समस्याओं का समाधान है। आम जनता के जीवन में आगे बढ़ने का रास्ता कोई है तो केवल अर्बन को-आपरेटिव बैंक है। अगर आगे बढ़ना है तो हर गांव, शहर में युवाओं और स्टार्टअप को आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि सवा सौ साल तक सहकारिता क्षेत्र अस्तित्व के लिए लड़ता रहा, लेकिन अब तेज गति से चलेगा।

देश के अर्थतंत्र में सम्मान प्राप्त करेगा। भारत जैसे विशाल देश में विकास का पैरामीटर सिर्फ आंकड़े नहीं हो सकते, बल्कि कितने लोगों की सहभागिता है, यह बड़ा पैरामीटर होना चाहिए।

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