हाईकोर्ट में जज का चालक लगवाने के नाम पर ठगी, आरोपी ने झांसा देकर ठगे 32 लाख रुपये

रियाणा के चरखी दादरी जिले के गांव कांहड़ा निवासी एक व्यक्ति से हाईकोर्ट के जज के चालक की नौकरी दिलवाने के नाम पर 32 लाख रुपये ठगने का मामला सामने आया है। एसपी कार्यालय में पीड़ित ने शिकायत दी।इसके बाद बाढड़ा थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्जकर कार्रवाई शुरू कर दी है। आरोपी गुरमीत सिंह उर्फ राजन चंडीगढ़ के मोलीजागरां का रहने वाला है।शिकायतकर्ता सत्यवीर सिंह ने बताया कि वो पेशे से चालक है। बाढड़ा में एक आढ़ती संदीप से वो खाद-बीज व फसल की खरीद-फरोख्त करता है। जनवरी 2022 में वो आढ़ती के पास गया था। उस दौरान वहां उसकी मुलाकात चंडीगढ निवासी गुरमीत सिंह उर्फ राजन से हुई। राजन ने कहा कि उसकी हाईकोर्ट में जजों के साथ पहचान है और वह उसे जज के चालक की नौकरी दिलवा देगा। जब पीड़ित ने नौकरी के विज्ञापन के बारे में पूछा तो उसने कहा कि यह नौकरी सीधे जज ही देंगे और वे जिसे चाहे नौकरी पर रख सकते हैं। इस बात पर उसने हामीं भरी तो राजन ने उससे नौकरी लगवाने की एवज में 10 लाख रुपये की मांग की।

सत्यवीर ने बताया कि बाद में उसने अपनी विवशता जाहिर की और दोस्त विजयपाल, राजेश और आढ़ती संदीप के आग्रह पर उसने मांगी गई रकम में दो लाख कम करने की बात कही। इसके बाद सत्यवीर किसी परिचित से दो लाख रुपये ब्याज पर लेकर आढ़ती संदीप की दुकान पर आ गया। वहां बाकी छह लाख रुपये संदीप ने देने की हामीं भर ली। इसके बाद 18 फरवरी 2022 को राजन ने उसे दस्तावेज सत्यापन के लिए चंडीगढ बुलाया।इस दौरान वह उसे बार काउंसिल, हाईकोर्ट स्टोर, अपने घर और ऑफिस लेकर गया। बाद में 8 मार्च को उसने मेडिकल को बुलाया। इस दौरान उसने शिकायतकर्ता से दस्तावेज और कुछ खाली कागज पर हस्ताक्षर करवा लिए। जब उसने खाली कागजों पर हस्ताक्षर किए तो उसने उनका दुरुपयोग न करने का विश्वास भी दिलाया। उसने कहा कि वह बाद में इन पर टाइपिंग करवा लेगा और उसे बार- बार चंडीगढ नहीं आना पड़ेगा।
पीड़ित सत्यवीर ने बताया कि आरोपी ने 29 फरवरी 2022 को नकद दो लाख रुपये लिए। वहीं, 25 व 26 फरवरी 2022 को 8 लाख रुपये, 10 मार्च 2022 को 4 लाख, 12 मार्च 2022 को 4 लाख रुपये खाते में डलवाए। इस तरह आरोपी ने एक अगस्त 2022 तक उससे कुल 32 लाख रुपये ठगे।

कार चलाने का बनाया वीडियो

सत्यवीर ने बताया कि इसके बाद 27 अप्रैल को उसे ड्राइविंग टेस्ट के लिए बुलाया। बाद में 30 अप्रैल को उसने अपनी गाड़ी चलवाई और आरोपी ने उसे विश्वास दिलाने के लिए गाड़ी चलाने की वीडियोग्राफी करवाई और इसे आगे भेजने की बात कही।

पैसे वापस मांगे तो फंसाने की दी धमकी

सत्यवीर ने बताया कि काफी समय बीतने पर भी जब उसकी नौकरी नहीं लगी तो पैसे वापस मांगे। पहले तो आरोपी उसे टालता रहा लेकिन बाद में खाली दस्तावेजों पर किए गए हस्ताक्षर के आधार पर उसे फंसाने की धमकी दी। सत्यवीर ने इसके बाद बाढड़ा थाने और एसपी कार्यालय में शिकायत दी।

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