असली कारण ये है…मायावती ने आकाश आनंद से उत्‍तराधिकार क्‍यों छीना? अखिलेश ने बताई ये वजह

Akhilesh Yadav: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा अपने भतीजे आकाश आनंद से उत्तराधिकार छीने जाने पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे बसपा का आंतरिक मामला मानते हुए भी अपने हिसाब से इस फैसले की वजह बताई है।उन्होंने दावा किया कि लोकसभा चुनाव 2024 में बसपा को यूपी से एक भी सीट नहीं मिलने वाली है।सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में अखिलेश यादव ने कहा , ‘बसपा ने अपने संगठन में बड़े बदलाव का जो भी कदम उठाया है वो उनकी पार्टी का आंतरिक विषय है। दरअसल, इसके पीछे असली कारण ये है कि बसपा की एक भी सीट आती हुई नहीं दिख रही है क्योंकि उसके अधिकांश परंपरागत समर्थक भी इस बार संविधान और आरक्षण को बचाने के लिए इंडिया गठबंधन को ही वोट दे रहे हैं। इस बात को बसपा अपने संगठन की विफलता के रूप में ले रही है इसलिए उनका शीर्ष नेतृत्व संगठन में इतना बड़ा फेरबदल कर रहा है, लेकिन अब बाजी बसपा के हाथ से निकल चुकी है।’

सपा मुखिया ने कहा कि सच तो ये है कि जब बसपा का प्रभाव क्षेत्र होते हुए भी पिछले तीन चरणों में उनकी एक भी सीट नहीं आ रही है, तो फिर बाकी के चार चरणों में तो कोई संभावना बचती ही नहीं है। ऐसे में हम सभी वोटरों से अपील करते हैं कि आप अपना वोट खराब न करें और जो बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर जी के संविधान को बचाने के लिए सामने से लड़ रहे हैं, इंडिया गठबंधन के उन प्रत्याशियों को वोट देकर जिताएं और संविधान के संग, आरक्षण भी बचाएं। उन्होंने आगे लिखा कि इसीलिए आग्रह है कि संविधान, आरक्षण और अपना मान-सम्मान बचाना है तो अपना वोट सपा को दें या जहाँ इंडिया गठबंधन का प्रत्याशी हो वहाँ डालकर संविधान और आरक्षण विरोधी भाजपा को हराएं।

मायावती ने आकाश आनंद को बसपा के अहम पदों से हटाया

बसपा सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार की देर रात आश्चर्यजनक तरीके से एक बड़ा फैसला लेते हुए भतीजे आकाश आनंद को उत्तराधिकारी के साथ ही राष्ट्रीय कोआर्डिनेटर पद से हटा दिया था। उन्होंने स्वयं सोशल मीडिया एक्स पर इसकी जानकारी दी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनके भाई और आकाश के पिता आनंद कुमार पार्टी मुवमेंट के लिए काम करते रहेंगे।

मायावती ने कहा है कि अन्य लोगों के साथ ही आकाश आनंद को नेशनल कोओर्डिनेटर और अपना उत्तराधिकारी घोषित किया, किन्तु पार्टी व मूवमेंट के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता आने तक अभी उन्हें दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है। बता दें कि आकाश आनंद ने सीतापुर में 28 अप्रैल को चुनावी सभा के दौरान भाजपा सरकार पर तीखा प्रहार किया था। उन्होंने कुछ ऐसे शब्दों का प्रयोग किया था जिसके चलते उन पर एफआईआर हुई थी। इसके उनके कार्यक्रम रद्द किए गए थे।

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