लोकसभा चुनाव 2024 का रिजल्ट का रिजल्ट 4 जून को ही आ गया था. वहीं इस बार हुए लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. बीजेपी को इस बार यूपी में 33 सीट मिली है, वहीं पिछली बार लोकसभा चुनाव 2019 की बात करें तो बीजेपी को यहां 62 सीट मिली थी.
रिजल्ट के परिणाम आने के बाद से ही इंडिया गठबंधन के लोग विपक्ष पर लगातार हमला कर रहे है. वहीं गाजीपुर से नव निर्वाचित सांसद और मुख्तार अंसारी के भाई ने भी बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है.
समाजवादी पार्टी के नेता अफजाल अंसारी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के वक्त बीजेपी वाले 80 में से 80 सीटों का दावा करते थे. लेकिन उनकी हैसियत 33 सीटों पर ही सिमट गई है. सरकार लंगड़ी है जो बैसाखी के सहारे चलेगी. जनता ने अपना रुझान दे दिया है कि वो नरेंद्र मोदी को सत्ता में नहीं देखना चाहती है. उन्होंने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव के साथ-साथ विधानसभा के भी उपचुनाव हुए है. हम उसमें से भी दो सीटों पर जीते है. आपको बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भी अफजाल अंसारी ने गाजीपुर सीट से ही जीत हासिल की थी.
मुख्तार की मौत का गाजीपुर सीट पर असर
इसके अलावा मनोज सिन्हा के करीबी होने की वजह से पारसनाथ राय को गाजीपुर से टिकट दिया गया. जबकि पारसनाथ राय भूमिहार जाति से आते हैं और निर्धारित 50 हजार भूमिहार वोटर पर बीजेपी का यह जातिगत समीकरण सटीक नहीं बैठ सका. वहीं दूसरी तरफ अफजाल अंसारी को समाजवादी पार्टी के कोर वोटर का वोट तो मिला ही. साथ ही उनके द्वारा जनसुनवाई और क्षेत्रीय लोगों को उनके द्वारा की गई मदद भी वोट में तब्दील हुई. सबसे प्रमुख तो मुख्तार अंसारी की मौत के बाद सीधे तौर पर गाजीपुर के लोकसभा सीट की चुनावी लड़ाई अंसारी परिवार बनाम अन्य हो चुकी थी.