आयरलैंड ने नया प्रधानमंत्री चुन लिया है. देश की सत्तारूढ़ फाइन गेल पार्टी ने साइमन हैरिस को नया प्रधानमंत्री चुना है. 37 साल के हैरिस देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री होंगे.इससे पहले भारतीय मूल के लियो वराडकर आयरलैंड के सबसे युवा प्रधानमंत्री थे.लेकिन उन्होंने पिछले महीने पद से इस्तीफा दे दिया था. आयरलैंड की संसद में मंगलवार को हैरिस के समर्थन में 88 वोट पड़े. उन्हें गठबंधन की साझेदार पार्टियों फिएना फेल और ग्रीन पार्टी के अलावा कई निर्दलीय सांसदों का भी समर्थन मिला.हैरिस आयरलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री लियो वराडकर की सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री थे. प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद हैरिस ने रकहा कि वह इस महान देश का प्रधानमंत्री चुना जाने को लेकर बेहद सम्मानित महसूस कर रहे हैं. मैं सभी का प्रधानमंत्री होऊंगा और हमारे लोगों की उम्मीदों, सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए रोजाना मेहनत से काम करूंगा.
24 साल की उम्र में सांसद बने थे हैरिस
हैरिस के राजनीतिक करियर पर गौर करें तो पता चलेगा कि वह 16 साल की उम्र में फाइन गेल पार्टी से जुड़े थे और बहुत जल्द कामयाबी हासिल करते चले गए. वह मात्र 22 साल की उम्र में काउंटी काउंसिल बने. 2011 में 24 साल की उम्र में वह सांसद चुने गए थे. उस समय वह देश के सबसे युवा सांसद के तौर पर भी लोकप्रिय हुए थे. उन्हें 2016 में कैबिनेट में बतौर स्वास्थ्य मंत्री नियुक्त किया गया था. उस समय उनकी उम्र 29 साल थी. इसके बाद उन्हें 2020 में उच्च शिक्षा मंत्री बनाया गया.आयरलैंड के प्रधानमंत्री के तौर पर हैरिस के सामने चुनौतियों का पहाड़ होगा. शरणार्थी संकट से लेकर बेघरों की बढ़ती संख्या से निपटना उनके लिए चुनौती होगी. लेकिन उनके लिए सबसे जरूरी काम अपनी कैबिनेट चुनने का होगा. आयरलैंड में अगले साल संसदीय चुनाव होने जा रहे हैं. इस तरह नए प्रधानमंत्री के पास लगभग एक साल का कार्यकाल होगा.
लियो वराडकर ने क्यों दिया था इस्तीफा
आयरलैंड के भारतीय मूल के प्रधानमंत्री लियो वराडकर ने हाल ही में व्यक्तिगत और राजनीतिक कारणों का हवाला देते हुए अपने पद और पार्टी नेतृत्व से इस्तीफा देने की घोषणा की थी. उनकी घोषणा से पूरा देश स्तब्ध था. वराडकर ने कहा था कि मैं प्रभावी रूप से पार्टी के अध्यक्ष और नेता के रूप में इस्तीफा दे रहा हूं