शहर की सेंट्रल जेल में रविवार सुबह बंदी ने हाथ की नस काटकर आत्महत्या कर ली। बंदी एनडीपीएस के एक मामले में जेल में बंद था। वह सुबह जेल के बाथरूम में गया था।
वहां उसने शेविंग ब्लेड से हाथ की नस काटी। नस काटने के बाद वह चिल्लाने लगा। उसकी आवाज सुनकर जेल स्टाफ ने बाथरूम का दरवाजा खटखटाया। बंदी के दरवाजा खोलने पर उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
मृतक विचाराधीन बंदी योगेंद्र (40) पुत्र खानीराम श्रीगंगानगर जिले के गांव नेतेवाला का रहने वाला है। उसे पिछले दिनों नशे की तस्करी करते हुए पकड़ा गया था। इस दौरान 29 फरवरी को उसे जेल भेजने के आदेश दिए गए थे। बंदी सुबह बाथरूम में गया था। इसी दौरान उसने शेविंग ब्लेड से से हाथ की नस काट ली। जेल के डॉ.शिवप्रीत ने उसे चैक किया। उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसी समय उसे श्रीगंगानगर के सरकारी अस्पताल भेज दिया गया। जहां उसने दम तोड़ दिया।
घटना की जानकारी मृतक के परिजनों को दे दी गई है। मृतक के परिजनों के श्रीगंगानगर पहुंचने के बाद ही पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
जेल सुपरिंटेंडेंट डॉ.अभिषेक शर्मा ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि बंदी योगेंद्र ने खुद की नस काट ली थी। उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां उसने दम तोड़ दिया। गांव के पूर्व सरपंच सुरेंद्र पारीक ने बताया कि युवक नशे का आदी था। वह अपने उपयोग के लिए नशे की गोलियां लेने गया था। इसी दौरान गणेशगढ़ चौकी पुलिस ने उसे पकड़ लिया था। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में पोस्टमार्टम की कारवाई की मांग की है। मृतक योगेंद्र के एक बेटा और दो बेटियां है। वह मेहनत मजदूरी करके परिवार का पेट पालता था।