प्रैंक वीडियो शूट, अपहरण की कोशिश और पुलिस की एंट्री… मजाक के चक्कर में यूं पहुंच गए हवालात

सोशल मीडिया पर आए दिन कई मजेदार वीडियो वायरल होते रहते हैं. कई वीडियो में लोग एक-दूसरे से मस्ती करते दिखाई देते हैं, तो कुछ में मजाक के चक्कर में लोगों को परेशान करते हुए भी देखा जाता है.

प्रैंक वीडियो बनाने के दौरान कई हैरान और परेशान कर देने वाली घटनाएं भी सामने आई हैं.

ऐसा ही एक मामला महाराष्ट्र के नागपुर में सामने आया है, जहां कुछ लड़कों को मजाकिया वीडियो शूट करना भारी पड़ गया. यहां तक कि उन्हें हवालात की हवा भी खानी पड़ी. हालांकि, पुलिस ने उनके माता-पिता को थाने बुलाकर, उनकी मौजूदगी में उन्हें चेतावनी देकर रिहा कर दिया है.

जानकारी के मुताबिक, नागपुर में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे चार छात्र सुशांत, श्रेयश, यश और अर्नव को सोशल मीडिया के लिए वीडियो बनाने का शौक था. इन चार छात्रों में से दो ने हाल ही में 12वीं कक्षा की परीक्षा दी है. दो अन्य एनईईटी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं.

इन लोगों ने प्रैंक वीडियो बनाने के लिए 11वीं कक्षा के छात्र आदेश के अपहरण की योजना बनाई. सोमवार सुबह करीब 6.45 बजे आदेश अपने दोस्तों यश और वेदांत के साथ अपने स्कूल की ओर जा रहा था, तभी प्रताप नगर इलाके में पीछे से एक सफेद कार आ गई.

उस कार से तीन लड़के उतरे और आदेश के विरोध के बावजूद उसे कार में अंदर की ओर खींचने लगे. हालांकि, मजबूत विरोध और आदेश के दोस्तों की मौजूदगी से घबराकर आरोपी कार में सवार होकर मौके से भाग गए. इस घटना से स्तब्ध पीड़ित ने इसकी सूचना अपने शिक्षक को दी.

उन्होंने तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचित किया. पीड़ित की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 363 (अपहरण), 511 (किसी को चोट पहुंचाने की कोशिश) और 34 (सामान्य इरादा) के तहत केस दर्ज कर लिया. इसके साथ ही पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी.

प्रताप नगर थाना प्रभारी के मुताबिक, आदेश चंद्रपुर जिले का रहने वाला है. वर्तमान में अपने दोस्त के साथ नागपुर में किराए पर रह रहा है. पिछले एक साल से जेईई परीक्षा की तैयारी कर रहा है. उसकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की तो आरोपियों की पहचान हो गई.

इसके बाद पुलिस ने सुशांत (18) को हिरासत में लिया. उसके द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर उसके साथियों श्रेयश, यश और अर्नव को भी हिरासत में ले लिया गया. पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि वो सोशल मीडिया के लिए प्रैंक वीडियो शूट कर रहे थे.

इसके बाद पुलिस ने आरोपियों के माता-पिता को थाने बुलाया. उन्हें जब अपने बच्चों की हरकतों के बारे में पता चला तो वे हैरान रह गए. पुलिस को यह भी पता चला कि सुशांत के पास कार चलाने का लाइसेंस नहीं था. माता-पिता ने पुलिस से नरमी बरतने का अनुरोध किया.

इसके साथ ही भरोसा दिया कि उनके बच्चे भविष्य में ऐसी गलती नहीं करेंगे. इसके बाद पुलिस ने आरोपियों को चेतावनी देकर छोड़ दिया. इस मामले में पुलिस ने भले ही नरमी बरती है, लेकिन इसके बावजूद फॉलोअर्स और लाइक्स के चक्कर में युवा इस तरह के वीडियो बनाने से बाज नहीं आ रहे हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *