BCCI के आगे घुटने टेकेगा पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड, PSL टीमें हैं बड़ी वजह, जानिए क्यों?

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) क्रिकेट की दुनिया में सबसे बड़ी लीग है. दुनिया के बड़े से बड़े क्रिकेटर इस लीग में हिस्सा लेते हैं और इसकी क्वालिटी की तारीफ भी करते हैं. लेकिन पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने बीसीसीआई से पंगा लेने का सोचकर प्रेस रिलीज जारी कर बताया था कि 2025 में वो आईपीएल के दौरान ही पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) को होस्ट करेगा.

लेकिन इस ऐलान के कुछ ही दिन के अंदर अब उसे डर सताने लगा है. नई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि पीसीबी अब आईपीएल-पीएसएल क्लैश को टाल सकता है. इसके लिए पीएसएल फ्रेंचाइजी ने उस पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है.

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, पाकिस्तानी बोर्ड ने पीएसएल के लिए 7 अप्रैल से 20 मई के बीच विंडो रखा था. जबकि इससे पहले यह जनवरी-फरवरी के महीने में होता आया है. अप्रैल-मई के विंडो में ही BCCI इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) को होस्ट करता आया है. अब पीसीबी के इस फैसले से दोनों बोर्ड की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली लीग में क्लैश होता नजर आ रहा था. लेकिन ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएसएल फ्रेंचाइजी ने आईपीएल के सामने घुटने टेक दिए हैं. उन्होंने पीसीबी के सामने इसके विंडो में बदलाव करने की मांग रखी है. वो बिलकुल भी नहीं चाहते हैं कि 2025 में आईपीएल और पीएसएल के बीच किसी भी तरीके से क्लैश हो.

पाकिस्तान की टीम 2025 के जनवरी में साउथ अफ्रीका का दौरा करने वाली है. इसके बाद फरवरी में न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका के साथ ट्राई सीरीज खेलेगी. इसके खत्म होते ही चैंपियंस ट्रॉफी शुरू हो जाएगी. ऐसे में पीसीबी ने आईपीएल के दौरान ही पीएसएल कराने का फैसला किया था. लेकिन पीएसएल फ्रेंचाइजी के मालिकों ने ही इसका विरोध करना शुरू कर दिया है.

पीएसएल फ्रेंचाइजी को किस बात का डर?

पीसीबी ने भले ही अपना फैसला सुना दिया था, लेकिन कोई भी फ्रेंचाइजी इसे मानने को तैयार नहीं है. उन्होंने साफ तौर पर इनकार कर दिया है. उन्हें डर है कि अगर आईपीएल के दौरान ही पीएसएल होस्ट किया गया तो दुनिया के ज्यादातर टॉप खिलाड़ी आईपीएल में ही खेलना पसंद करेंगे. इसका साफ कारण है कि आईपीएल में उन्हें ज्यादा पैसे मिलेंगे तो वो पीएसएल को नकार देंगे. इसकी वजह से उन्हें भारी नुकसान होने का डर सता रहा है. इसलिए उन्होंने पीसीबी से 2025 के लिए नई विंडो की मांग की है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *