गोवा में इंटरनेशनल सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, विदेश से यूं लाई जाती थीं लड़कियां

गोवा पुलिस ने शनिवार को एक हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है. यहां अफ्रीकी देशों से तस्करी करके महिलाओं को लाया जाता था और उनसे देहव्यापार कराया जाता था. पुलिस ने युगांडा की दो महिलाओं को बरामद करते हुए एक विदेशी दलाल को गिरफ्तार किया है.पुलिस अधीक्षक अक्षत कौशल ने बताया कि युगांडा के जोजो नकिंटू (31) को मंड्रेम पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जबकि उस देश की दो महिलाओं को बचाया गया है. यह कार्रवाई युगांडा की एक महिला द्वारा दूतावास में इंटरनेशनल रैकेट का खुलासा करने की शिकायत के बाद की गई.

स्थानीय एनजीओ एआरजेड भी इस ऑपरेशन में शामिल था. उन्होंने बताया कि युगांडा का रहने वाला एक दलाल अपने देश की महिलाओं और लड़कियों को सर्विस सेक्टर में नौकरी दिलाने का झांसा देकर गोवा लाता था. इसके बाद उन्हें मजबूर करके जिस्मफरोशी के दलल में धकेल देता था.

एसपी ने बताया, “युंगाडा की महिलाओं का पासपोर्ट और वीजा जब्त कर लिए जाता था. उनको जान से मारने की धमकी देकर वेश्यावृत्ति में धकेल दिया जाता था. आरोपी एस्कॉर्ट वेबसाइटों के माध्यम से ऑनलाइन रैकेट संचालित करते थे. ग्राहकों को लुभाने के लिए पीड़ितों को बीच पर खड़ा कर देते थे.”

गोवा पुलिस ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं और अनैतिक व्यापार (रोकथाम) अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है. इस रैकेट में शामिल अन्य लोगों की तलाश की जा रही है. रिहा कराई गई युगांडा को दोनों महिलाओं को उनके देश भेजा जा सकता है.

बताते चलें कि पिछले साल सितंबर में भी गोवा में पुलिस ने एक इंटरनेशनल सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया था. एक एनजीओ की सूचना पर पुलिस ने छापा मारकर केन्याई लड़कियों को आजाद कराया था. सभी लड़कियों को मसाज पार्लर और होटल में काम दिलाने के नाम पर केन्या से लाया गया था.

यहां लाने के बाद उनके दस्तावेज ले लिए गए थे. तत्कालीन एसपी निधिन वालसन ने बताया था कि केन्या की रहने वाली दो महिलाएं गोवा में कुछ एजेंटों की मदद से वहां की लड़कियों को वेश्यावृत्ति के लिए भारत लेकर आई थी. यहां लाकर उनके पासपोर्ट और वीजा जब्त कर लिए गए थे.

इसके बाद उनसे जबरन वेश्यावृत्ति कराई जाती थी. एक एनजीओ ने सूचना दी थी कि कुछ लड़कियों को जिस्मफरोशी के लिए गोवा से बंगलुरु ले जाया जा रहा है. इसके बाद एसडीपीओ जीवाबा दलवी, अंजूना पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर प्रशाल देसाई ने छापेमारी कर केन्याई लड़कियों को बचा लिया था.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *