अंतिम रेस में कोच ने बदला रायडर
स्प्रिंट टीम के कोच राहुल के मुुताबिक उन्होंने रणनीति के तहत तीसरी और अंतिम रेस में सबीना की जगह पर जायना को उतारा, जिसका फायदा मिला। जायना थकी हुई नहीं थीं, जिसके चलते भारत ने 53.383 सेकंड का समय निकाला, जो कोरियाई रायडरों से बेहतर था। राहुल के मुताबिक उन्होंने पहली दो रेस में सरिता, निया और सबीना को उतारा था। तीसरी रेस में कोरिया रायडर के फाल्स स्टार्ट का भी भारतीय टीम को फायदा मिला। केरल की निया ने कहा कि एशिया की सबसे मजबूत टीम को हराना किसी सपने के सच होने जैसा है।
18 देश शिरकत कर रहे हैं
सीनियर और जूनियर वर्ग में हो रही पेरिस ओलंपिक क्वालिफाइंग इस चैंपियनशिप में 18 देश शिरकत कर रहे हैं। पैरा टीम स्प्रिंट में अरशद शेख, जलालुद्दीन अंसारी, बासवाराज की टीम को फाइनल में मलयेशिया से हार का सामना करना पड़ा। जूनियर वर्ग की पुरुष टीम स्प्रिंट में नारायण महतो, सैयद खालिद बागी, एम वताबा मितेई की तिकड़ी ने 47.93 सेकंड का समय लिया, लेकिन कोरियाई टीम ने उनसे बेहतर समय निकालकर स्वर्ण जीता। जूनियर परस्यूट में हर्षिता जाखड़, सुहानी कुमारी, जेपी धन्याधा, भूमिका ने ताइवान को हराकर कांस्य जीता। द. कोरिया ने स्वर्ण और कजाखस्तान ने रजत जीता।