बैग में बम, मैंगलोर कुकर ब्लास्ट वाला पैटर्न और कैफे में धमाका… बंगलुरू के CCTV फुटेज से संदिग्ध पर क्या हुए खुलासे?

Rameshwaram Cafe Blast: बेंगलुरू के एक कैफे में हुए धमाके की जांच में जुटी एजेंसियों को कुछ ऐसी तस्वीरें मिली हैं, जिनमें एक संदिग्ध दिखाई पड़ रहा है. कैप पहने उस शख्स ने अपना चेहरा छुपाने के लिए मास्क भी लगा रखा है और उसके कंधे पर एक बैग नज़र आ रहा है.यानी उसी बैग में धमाके का सामान था, जिसे उसने कैफे में रखा और वहां से लापता हो गया. ऐसे में कई सवाल सिर उठा रहे हैं.

– क्या मास्क में छुपा है धमाके का कसूरवार?
– कैप के पीछे किसका छुपा हुआ है चेहरा?
– बैग में कहां से बेंगलुरु तक पहुंची ‘साजिश’

बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे का सामने आया सच!
सिर पर सफेद कैप, मास्क में छुपा चेहरा और कंधे पर लटका एक बैग. बेंगलुरु कैफे ब्लास्ट के सिलसिले में सामने आई इस एक तस्वीर ने सारी जांच की दिशा और दशा ही बदलकर रख दी. इसके अलावा इस धमाको को लेकर जो सुराग अभी तक धुएं के गुबार में छुपे हुए थे. वो तस्वीर भी अब साफ होती दिखाई पड़ने लगी है. बेंगलुरु ब्लास्ट के एक दिन बाद यानी शनिवार को एक संदिग्ध की पहली तस्वीर सामने आई है. रामेश्वरम कैफे में हुए ब्लास्ट के सिलसिले में ये एक बड़ा सुराग माना जा रहा है.

CCTV में दिखा संदिग्ध
सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि एक शख्स टोपी, मास्क और हाथ में आईईडी से भरा बैग लेकर कैफे में दाखिल होता है और फिर उसे वहां रखकर चला जाता है. कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में शुक्रवार यानी एक मार्च को धमाका हुआ. कैफे में रखे गए विस्फोटकों से भरे बैग के जरिए धमाके को अंजाम दिया गया.

हिरासत में लेकर पूछताछ
बेंगलुरु के व्हाइटफील्ड इलाके में मौजूद रामेश्वरम कैफे शहर के सबसे फेमस कैफे में से एक है. बकौल पुलिस संदिग्ध शख्स ने कथित तौर पर बैग कैफे के भीतर रखा और धमाका होने से पहले वहां से गायब हो गया. पुलिस का कहना है कि संदिग्ध के साथ देखे गए एक शख्स को हिरासत में लिया गया है और बेंगलुरु पुलिस उससे पूछताछ कर रही है. ये व्यक्ति बेंगलुरु का ही रहने वाला है. सेंट्रल क्राइम ब्रांच की स्पेशल टीम फिलहाल उससे पूछताछ में जुटी हुई है. वीडियो में क्या दिखा जा सकता है?

मास्क मैन अब पुलिस के लिए बना मिस्ट्री मैन
रामेश्वरम कैफे में हुआ ये धमाका शुक्रवार को दोपहर 12.50 बजे से 1 बजे के बीच हुआ. सीसीटीवी वीडियो में देखा जा सकता है कि ब्लास्ट का मुख्य संदिग्ध अपने चेहरे को मास्क से ढके हुए है. उसने चश्मा लगाया हुआ है और सिर पर टोपी पहनी हुई है. उसे कैफे के भीतर इडली लेकर जाते हुए भी देखा जा सकता है. ब्लास्ट की वजह से कैफे में मौजूद 10 लोग घायल हो गए. ब्लास्ट के बाद फॉरेंसिक और बॉम्ब डिस्पोजल स्क्वाड और डॉग स्क्वाड ने मौका-ए-वारदात का मुआयना किया. जांच के लिए कई टीमों का गठन किया सीसीटीवी फुटेज से सबूत इकट्ठा किए. मास्क मैन अब पुलिस के लिए मिस्ट्री मैन बन गया है.

बेंगलुरू धमाके का मैंगलोर कनेक्शन!
बेंगलुरु पुलिस ने ब्लास्ट के सिलसिले में यूएपीए और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है. फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स और बम निरोधक दस्ते विस्फोटक की बारीक जांच कर रहे हैं. और अब तफ्तीश के लिए NIA की टीम भी मैदान में उतर चुकी है. जांच एजेंसियों को अब तक की छानबीन में जो सुराग हाथ लगे हैं उसके मुताबिक इस वारदात का कोई सिरा 2022 में मेंगलोर में हुए कुकर बम धमाके से मिलता जुलता है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या ये मॉडस ऑपरेंडी वही है जिसके तहत मैंगलोर में बम धमाका किया गया था या फिर ये धमाका कोई ट्रायल था.

72 घंटे बाद भी पुलिस खाली हाथ
रामेश्वरम ब्लास्ट में कुकर बम की तस्वीर दिखाई दी थी. इसी तरह से कैफे ब्लास्ट में IED का इस्तेमाल भी किया गया. पूर्वी बेंगलुरु में ब्रुकफील्ड इलाके के रेस्तरां में हुई धमाके की जांच करने उतरी पुलिस की टीम फिलहाल 72 घंटे बाद भी खाली हाथ नज़र आ रही है. हालांकि बेंगलुरू पुलिस को इस तफ्तीश के लिए पूरी तरह से खुली छूट मिली हुई है. रामेश्वर कैफे में हुए धमाके की तफ्तीश करने उतरी पुलिस को एक पुराने धमाके की याद ताजा हो गई.

मैंगलोर धमाके मिलता है पैटर्न
दो साल पहले वो धमाका कर्नाटक के मैंगलोर में ही हुआ था. लेकिन तब ये ब्लास्ट एक प्रेशर कुकर से किया गया था. 19 नवंबर 2022 को मैंगलोर में ऑटो उस वक्त ब्लास्ट हुआ था, जब शारिक नाम का संदिग्ध कुकर में IED बम लेकर जा रहा था. रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट में जिस तरह का IED इस्तेमाल किया गया था. साल 2022 में मैंगलोर में जो कुकर में ब्लास्ट हुआ था दोनों में काफी समानताएं हैं, रामेश्वरम कैफे धमाके में 10 लोग घायल हुए जबकि मैंगलोर ब्लास्ट में पांच लोगों को गंभीर चोटें आईं थीं.

टी नासिर से हो सकती है पूछताछ
मैंगलोर ब्लास्ट के सिलसिले में आरोपी शारिक का हैंडलर ‘कर्नल’ नाम का शख्स था, एजेंसियों के मुताबिक कर्नल कोड नेम हो सकता है. इस केस में अभी कर्नल समेत तीन लोग फरार हैं. पुलिस ने शारिक से लंबी पूछताछ की है. इसी बीच खुलासा सामने आया है कि कर्नाटक की जेल में बंद लश्कर के आतंकी टी नासिर से भी पूछताछ की जा सकती है, क्योंकि टी नासिर बैंगलोर सीरियल ब्लास्ट का आरोपी है और हाल ही में जेल में बंद टी नासिर ने लश्कर का नया मॉड्यूल खड़ा किया था.

मॉड्यूल के कुछ लोग अभी भी फरार
टी नासिर भी कर्नाटक की जेल में बंद जेल में रहते हुए कैदियों का ब्रेनवॉश किया था. बेंगलुरु में बड़ा आतंकी हमला करने के लिए तैयार किया था. जेल से बाहर आते ही कैदियों ने बेंगलुरु में आतंकी हमले की साजिश रची थी. जुलाई 2023 में 6 लोगों को बैंगलोर पुलिस ने IB के साथ मिलकर बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था. बड़ी संख्या में हथियार हैंड ग्रेनेड बरामद किए थे. मॉड्यूल के कुछ लोग अभी भी फरार चल रहे हैं.

कर्नाटक के गृह मंत्री का दावा है कि रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट में जो कुछ इस्तेमाल हुआ उससे यही पता चलता है कि सामग्री और तकनीक मैंगलुरू ब्लास्ट के मिलती जुलती है. शुरुआती तफ्तीश से खुलासा हुआ है कि कैप और चश्मा पहनने के बावजूद आरोपी का चेहरा दिखाई दे रहा है.

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