‘फैसला गलत था, पछतावा है… ‘, शत्रुघ्न ने खुद मारी अपने पैर पर कुल्हाड़ी

ई दिल्ली. अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र की फिल्म ‘शोले’ हिंदी सिनेमा के इतिहास में कल्ट क्लासिक मानी जाती है. इसकी कहानी, हर किरदार और एक-एक डायलॉग आज भी लोगों के दिलों में बसे हुए हैं.

‘शोले’ को देखकर आज भी लगता है कि इसमें जय और वीरू के किरदारों को धर्मेंद्र-अमिताभ बच्चन से बेहतर कोई दूसरा नहीं निभा सकता था, लेकिन बहुत कम लोगों को पता होगा कि रमेश सिप्पी, शत्रुघ्न सिन्हा को लेकर ‘शोले’ बनाना चाहते थे.

शत्रुघ्न सिन्हा ने कुछ समय पहले खुलासा किया कि रमेश सिप्पी ने ‘शोले’ के लिए उनका बहुत इंतजार किया था, लेकिन उनके बिजी शेड्यूल की वजह से वह इस फिल्म में काम नहीं कर सकें. इसके अलावा शत्रुघ्न सिन्हा ने अमिताभ बच्चन की ‘दीवार’ और मनोज कुमार की ‘शोर’ जैसी फिल्मों में बड़े रोल ठुकराने का भी खुलासा किया, जिनका उन्हें आज भी बहुत पछतावा है.


(फोटो साभार: IMDb)

रमेश सिप्पी ने ऑफर किया अमिताभ बच्चन का रोल

आज तक के साथ इंटरव्यू के दौरान शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, ‘मुझे शोले में अमिताभ बच्चन का रोल ऑफर हुआ था. ये बात रमेश सिप्पी ने अपनी किताब में लिखी है. मैंने फिल्म के लिए अपनी डेट्स निकालने की बहुत कोशिश की, लेकिन मैं उस वक्त कई फिल्में कर रहा था. मैं बहुत बिजी था और रमेश जी मुझे निश्चित डेट्स नहीं बता पा रहे थे कि उन्हें कब तक मेरी जरूरत पड़ेगी. वह चाहते थे कि मैं शोले के लिए अपनी सभी डेट्स बता दूं, जो नहीं हो सका. मुझे लगता है कि मुझे वो फिल्म करनी चाहिए थी, लेकिन मैं नहीं कर पाया. मुझे अमिताभ बच्चन के लिए बहुत खुशी है, जिन्हें शोले से इतना बड़ा ब्रेक मिला और वह नेशनल आइकॉन बन गए.’


(फोटो साभार: IMDb)

शत्रुघ्न सिन्हा को अपने फैसले पर हुआ पछतावा

शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने करियर में कई फिल्मों को रिजेक्ट किया है. उन्होंने कहा, ‘दीवार फिल्म भी मुझे ऑफर की गई थी, लेकिन मैं नहीं कर सका. आप इसे मानवीय भूल कह सकते हैं, लेकिन मैं अमिताभ के लिए खुश हूं. उन्होंने उन फिल्मों में जबरदस्त परफॉर्म किया. मुझे उन फिल्मों में काम करना चाहिए था लेकिन मैंने नहीं किया. मैंने आज तक वो दोनों फिल्में नहीं देखी हैं क्योंकि मुझे अपने फैसले पर पछतावा है.’

मनोज कुमार ने दिया था बड़ा रोल

उन्होंने आगे बताया, ‘मनोज कुमार मुझे शोर में कास्ट करना चाहते थे. वह कई बार मेरे घर आए. वह 4 महीने में फिल्म बनाना चाहते थे और मैं उन्हें 8 महीने का समय दे रहा था, लेकिन फिल्म 16 महीने में बनी. मैं वह फिल्म कर सकता था. मैंने शोर भी नहीं देखी है. जो फिल्में मुझे पसंद थीं और मैं नहीं कर सका. मैंने वो फिल्में कभी नहीं देखीं.’

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