दिल्ली पुलिस ने पंजाब यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति जीसी चटर्जी के पद्म भूषण अवॉर्ड की चोरी के मामले में एक महिला सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी अवॉर्ड को बेचने के लिए एक ज्वैलर के पास गए थे, लेकिन पकड़े गए.पुलिस के मुताबिक, पद्मभूषण पदक चुराने वाले आरोपियों की पहचान श्रवण कुमार (33), हरि सिंह (45), रिंकी देवी (40), वेद प्रकाश (39) और प्रशांत बिस्वास (49) के रूप में हुई है. आरोपी मदनपुर खादर के निवासी हैं. इनमें बिस्वास एक ज्वैलर है जिसने यह पदक खरीदा था.
नहीं खरीदा पद्म भूषण
दरअसल, मंगलवार को हरि सिंह, रिंकी देवी और वेद प्रकाश पदक को बेचने के लिए एक ज्वैलर दलीप के पास गए थे. दलीप ने इसे नहीं खरीदा और पुलिस को सूचना दे दी. हालांकि, पदक बेचने आया आरोपी पुलिस के पहुंचने तक दुकान से चला गया.पुलिस हरकत में आई और आरोपी व्यक्तियों को गिरफ्तार करने के लिए एसीपी सरिता विहार की देखरेख में कालिंदी कुंज के SHO और अन्य कर्मियों की एक टीम बनाई गई. इलाके के सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई.सीसीटीवी फुटेज की छानबीन और स्थानीय खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के बाद 3 आरोपियों की पहचान हरि सिंह, रिंकी देवी और प्रकाश बिस्वास के रूप में की गई. पूछताछ करने पर पता चला कि पदक साकेत निवासी श्रवण कुमार ने चुराया था.
मेडिकल अटेंडेंट ने चुराया था अवॉर्ड
श्रवण, जीसी चटर्जी के पोते समरेश चटर्जी के मेडिकल अटेंडेंट के रूप में काम करता है. समरेश चटर्जी का स्वास्थ्य ठीक नहीं है और वह अकेले रहते हैं. इसी बात का फायदा उठाकर उसने अवॉर्ड चुरा लिया था.पुलिस अधिकारी ने कहा, श्रवण कुमार ने अवॉर्ड चुरा लिया और इसे बेचने के लिए तीन आरोपी हरि सिंह, रिंकी देवी, वेद प्रकाश को सौंप दिया. हालांकि, अब सभी आरोपियों को कालिंदी कुंज थाने पुलिस ने पकड़ लिया है. आरोपियों से अवॉर्ड बरामद कर लिया गया है.
कौन थे जीसी चटर्जी?
पुलिस ने बताया कि चुराया गया पद्मभूषण अवॉर्ड जीसी चटर्जी को दिया गया था. चटर्जी पंजाब और राजस्थान यूनिवर्सिटी के कुलपति, संघ लोक सेवा आयोग के सदस्य और नेशनल बुक ट्रस्ट के अध्यक्ष थे.