नई दिल्ली: नूंह हिंसा के आरोपी और गौरक्षक बिट्टू बजरंगी जो जमानत पर बाहर है, हाल में सामने आए वीडियो में वो और उसके साथी एक व्यक्ति को छड़ी से पीटते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस घटना की पूरा दृश्य कैमरे में कैद हो गया है और अब यह सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।सामने आई रिपोर्ट के अनुसार, वह व्यक्ति दो युवा लड़कियों को गलत इरादों से अपने कमरे में फुसलाकर ले जा रहा था और इस बात का पता बिट्टू और उसकी गैंग को चल गया। इसके बाद बिट्टू का गिरोह उस व्यक्ति को सबक सिखाने के लिए बिट्टू के घर के पास ले आया। इस दौरान एक पुलिसकर्मी भी बैठा हुआ नजर आया। इस पूरी घटना पर हिंदुस्तान टाइम्स पूरी तरह से इस वीडियो की पुष्टि नहीं कर रहा। लेकिन रिपोर्ट के अनुसार यह काफी वायरल हो रहा है।यह पूरी घटना बजरंगी के घर के पास घटित हुई, जहां उसके सहयोगियों ने उस व्यक्ति को पहले तो जमीन पर गिराया और फिर पकड़ लिया। इसके बाद क्या था बिट्टू बजरंगी ने सीधे छड़ी से उस पर वार कर दिया। रिपोर्ट के अनुसार, अभी तक किसी ने भी इस केस में किसी के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई है।
Cow viglante @bittubajrangi34 #bittubajrangi in controversy yet again as he thrashes a youth in presence of a cop. The youth according to him was luring two young girls into his room with malicious intentions. Bajrangi’s gang brought him to Bajrangi to teach a ‘Lesson’.… pic.twitter.com/yfplmzkhdG
— Sumedha Sharma (@sumedhasharma86) April 2, 2024
31 जून, 2023 हरियाणा के नूंह जिले में सामुदायिक दंगों में करीब छह लोग, समेत दो गार्ड और एक मस्जिद मौलवी की मौत हो गई थी। सोशल मीडिया पर बिट्टू बजरंगी पर आरोप लगे थे कि उसने समुदायिक दंगों को भड़काने में उसका हाथ था। मामले में 15 अगस्त को बिट्टू बजरंगी को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन दो हफ्ते बाद उन्हें जमानत दे दी गई।नूंह जिले में बिट्टू बजरंगी एक स्व-घोषित गौरक्षक है और पिछले तीन से चार सालों से अपना गौरक्षक समूह चला रहा है। 45 वर्षीय बजरंगी फरीदाबाद के गाजीपुर बाजार और डबुआ बाजार में फल और सब्जी का व्यापारी है।नूंह में हिंसा से पहले, बिट्टू पर सोशल मीडिया पर भड़काऊ भाषण देने और सार्वजनिक रूप से हथियार लहराने का आरोप लगाया गया था। विहिप ने कहा था कि बिट्टू बजरंगी और उसके निगरानी समूह से कोई संबंध नहीं है। राजकुमार उर्फ बिट्टू बजरंगी, जो कि बजरंग दल का कार्यकर्ता बताया जाता है, उसका बजरंग दल से कभी कोई संबंध नहीं रहा है। विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) भी उनके द्वारा कथित तौर पर जारी किए गए वीडियो की सामग्री को उचित नहीं मानती है।